7 जुलाई, का मार्केट प्रिडिक्शन: बुल्स और बेयर्स की टग ऑफ वॉर
आज का मार्केट स्नैपशॉट:
भारतीय शेयर बाजार ने एक सुस्त सत्र के साथ कारोबार किया, जहां निफ्टी एक टाइट रेंज में रहकर 25,461 पर बंद हुआ। इस दिन संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली देखने को मिली, जहां FIIs ने ₹581.22 करोड़ और DIIs ने ₹1118.52 करोड़ कैश सेगमेंट में बेचा।
भारतीय स्टॉक मार्केट का विश्लेषण:
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में कंसॉलिडेशन का दिन रहा, जहां संस्थागत बिकवाली और निचले स्तरों पर मजबूत सपोर्ट के बीच मार्केट अटका रहा। नेगेटिव ग्लोबल क्यूज़ और FIIs/DIIs के भारी बहिर्वाह के बावजूद, निफ्टी50 ने अपना स्तर बनाए रखा, जिसमें सिर्फ 140 पॉइंट्स की रेंज में ट्रेडिंग हुई। यह अनिर्णय की स्थिति, साथ ही वॉल्यूम में गिरावट, दर्शाती है कि ट्रेडर्स "वेट एंड वॉच" मोड में हैं, जो आने वाले सत्र में एक डायरेक्शनल मूवमेंट की संभावना को बढ़ाता है।
डेरिवेटिव मार्केट डेटा का विश्लेषण:
4 जुलाई के डेरिवेटिव डेटा ने मार्केट पार्टिसिपेंट्स की उम्मीदों का एक दिलचस्प और विरोधाभासी चित्र पेश किया।
FIIs (फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स):
FIIs ने अपनी बेयरिश स्टैंस और मजबूत की है।
कैश मार्केट में बिकवाली के अलावा, उन्होंने इंडेक्स फ्यूचर्स में अपने शॉर्ट पोजीशन्स बढ़ाए।
वे इंडेक्स कॉल ऑप्शन्स के नेट सेलर्स और पुट ऑप्शन्स के बायर्स रहे, जो एक स्ट्रॉन्ग बेयरिश हेज दिखाता है।
इससे लगता है कि वे डाउनसाइड की उम्मीद कर रहे हैं या अपने पोर्टफोलियो को गिरावट से बचाना चाहते हैं।
प्रो ट्रेडर्स (स्मार्ट मनी):
यहां मार्केट में एक ट्विस्ट है!
प्रो ट्रेडर्स, जिन्हें "स्मार्ट मनी" माना जाता है, ने कंट्रेरियन पोजीशन ली है।
उन्होंने इंडेक्स फ्यूचर्स में नेट लॉन्ग पोजीशन्स बढ़ाईं।
साथ ही, वे इंडेक्स पुट ऑप्शन्स के एग्रेसिव सेलर्स रहे, जिससे पता चलता है कि वे मार्केट के की सपोर्ट लेवल्स टूटने की उम्मीद नहीं करते।
यह प्रो ट्रेडर्स का मूव बुल्स के लिए एक राहत की बात हो सकती है।
रिटेल ट्रेडर्स (क्लाइंट्स):
रिटेल ट्रेडर्स अभी भी ऑप्टिमिस्टिक हैं।
उन्होंने इंडेक्स फ्यूचर्स में नेट लॉन्ग पोजीशन्स जोड़ीं और कॉल ऑप्शन्स की अच्छी-खासी खरीदारी की।
हालांकि, ऐतिहासिक रूप से, रिटेल सेन्टीमेंट अक्सर गलत समय पर पीक करता है, इसलिए उनकी भारी लॉन्ग पोजीशन्स एक चेतावनी का संकेत हो सकती हैं।
निफ्टी ऑप्शन चेन एनालिसिस: बैटलग्राउंड सेट है
अगले एक्सपायरी के लिए निफ्टी ऑप्शन चेन मार्केट की तत्काल सीमाएं स्पष्ट करती है।
रजिस्टेंस (प्रतिरोध):
25,500 स्ट्राइक पर कॉल ओपन इंटरेस्ट (OI) का एक बड़ा वॉल बना हुआ है।
यह स्तर अपसाइड मूवमेंट के लिए एक मजबूत रुकावट होगा।
इस स्तर को पार करने की कोशिश पर भारी बिकवाली का दबाव आ सकता है।
सपोर्ट (समर्थन):
25,300 स्ट्राइक पर पुट OI का अच्छा जमाव है।
यह स्तर डाउनसाइड के लिए एक मजबूत फ्लोर का काम करेगा।
पुट-कॉल रेश्यो (PCR):
निफ्टी का PCR लगभग 0.85 है, जो एक बेयरिश/न्यूट्रल सेंटीमेंट दिखाता है।
निफ्टी का इमीडिएट ट्रेडिंग रेंज: 25,300 - 25,550
बैंक निफ्टी एनालिसिस: ट्रिगर का इंतज़ार
बैंक निफ्टी ने निफ्टी के मुकाबले रिलेटिव स्ट्रेंथ दिखाई, लेकिन वह भी एक डिफाइंड रेंज में ही रहा।
रजिस्टेंस: 57,200 (सबसे ज्यादा कॉल OI)
सपोर्ट: 56,800 (स्ट्रॉन्ग पुट OI)
बैंक निफ्टी का रेंज: 56,800 - 57,300
ग्लोबल क्यूज़ और फाइनल वर्डिक्ट
ग्लोबल सेटअप अभी भी अनिश्चित है। डाउ फ्यूचर्स में मंदी और मिक्स्ड यूरोपीयन मार्केट्स किसी राहत का संकेत नहीं देते। हालांकि, क्रूड ऑयल में गिरावट एक पॉजिटिव फैक्टर है, लेकिन रुपये की कमजोरी मार्केट के लिए चिंता का विषय हो सकती है।
7 जुलाई, 2025 के लिए मार्केट प्रिडिक्शन:
मार्केट अभी एक क्रिटिकल जंक्शन पर है। एक तरफ, FIIs की कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट में लगातार बिकवाली बेयरिश आउटकम की ओर इशारा करती है। वहीं, प्रो ट्रेडर्स इस ट्रेंड के खिलाफ बोल्ड बेट लगा रहे हैं।
अगले ट्रेडिंग सेशन के लिए, सेंटीमेंट न्यूट्रल टू बेयरिश रहने की संभावना है। सबसे संभावित परिदृश्य यह है कि रेंज-बाउंड एक्टिविटी जारी रहेगी। निफ्टी के 25,500-25,550 के स्ट्रॉन्ग रजिस्टेंस जोन के पास "सेल ऑन राइज" स्ट्रैटेजी एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
अगर निफ्टी 25,300 के सपोर्ट को तोड़ता है, तो फ्रेश सेलिंग वेव आ सकती है, जो इंडेक्स को 25,200 तक ले जा सकती है। वहीं, अगर बुल्स 25,550 के रजिस्टेंस को पार करने में कामयाब होते हैं, तो शार्प शॉर्ट-कवरिंग रैली देखने को मिल सकती है।
ट्रेडर्स को ओपनिंग प्राइस एक्शन पर क्लोजली नजर रखनी चाहिए और एग्रेसिव बेट्स लेने से पहले मार्केट को अपनी दिशा तय करने देना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ एजुकेशनल और इनफॉरमेशनल उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी सिक्योरिटी को खरीदने या बेचने की सिफारिश नहीं है। व्यक्त किए गए विचार 4 जुलाई, 2025 तक के उपलब्ध डेटा पर आधारित हैं और बिना सूचना के बदल सकते हैं। कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग हाई रिस्क के साथ जुड़ी है।